
रामानुजनगर :-रामानुजनगर विकासखंड शिक्षा कार्यालय में एक और हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को आ रहा है प्राप्त जानकारी के अनुसार रामानुजनगर बीआरसी हजारीलाल चक्रधारी कार्यालय कलेक्टर एवं जिला मिशन संचालक समग्र शिक्षा के आदेश क्रमांक 1396 दिनांक 11.12.2024 के अनुसार हटाकर के मूल शाला उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कृष्णपुर में वापस कर दिए गए हैं।वहीं नए बीआरसीसी मनोज जायसवाल ने गत गुरुवार को अपना कार्यभर ग्रहण किया है। इस सबके बीच शुक्रवार 12:00 से ही पूर्व बीआरसीसी हजारीलाल चक्रधारी को जब नए बीआरसीसी के पोस्टिंग का भनक लगा तो कार्यालय में ताला बंद करके फरार हो गए हैं। आलम यह रहा कि बीआरसीसी कार्यालय का महत्वपूर्ण कार्य अपार आईडी जेनरेट होना बाधित हो गया है, अपार आई डी हेतु छात्रों का यू डाइस में सुधार बीआरसीसी कार्यालय से ही होता है जो बंद हो गया है। इसके अतिरिक्त जाति,निवास एवं निर्माण कार्यों से संबंधित सभी कार्य ठप पड़े हैं, क्योंकि इससे संबंधित महत्वपूर्ण फाइल एवं पंजी बीआरसी कार्यालय में बंद है। गत शुक्रवार को वहां के पदस्थ बीआरपी, लिपिक एवं चपरासी उपस्थिति पंजी में हस्ताक्षर नहीं कर सके जिससे कार्यालयीन कर्मचारी परेशान रहे,सभी ने सायं 4:00 बजे तक इंतजार किया तत्पश्चात इसकी सूचना लिखित में विकासखंड शिक्षा अधिकारी रामानुजनगर, जिला शिक्षा अधिकारी सूरजपुर एवं जिला स्रोत समन्वयक समग्र शिक्षा सूरजपुर को दिया है। बहुत से शिक्षक अपार आईडी जनरेशन कर रहे हैं जिस कारण यू डाइस में सुधार करने के लिए बीआरसीसी कार्यालय का चक्कर लगाते पाए गए और 4:00 के बाद मायूस होकर के वापस लौटे। विश्वस्त जानकारी के अनुसार पूर्व बीआरसीसी श्री चक्रधारी कोर्ट जाने की तैयारी कर रहे हैं। शासन प्रशासन के आदेश से जो अधिकारी कर्मचारी संतुष्ट नहीं है वे अपने अधिकारों के रक्षा के लिए कोर्ट जा सकते है किंतु कार्यालय को ही ताला बंद करके चला जाना किसी भी दृष्टि से उचित नहीं है। यह प्रशासकीय और कार्यालय व्यवस्था के विपरीत है इसका संज्ञान वरिष्ठ अधिकारियों को लेना चाहिए। सूत्रों से पता चला है कि गत दिनों निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार एवं कमीशन खोरी को लेकर वरिष्ठ भाजपा नेता एवं प्रदेश कार्य समिति सदस्य तथा शिक्षा समिति जनपद पंचायत रामानुजनगर के सदस्यों ने बीआरसी एवं खंड शिक्षा अधिकारी पंडित भारद्वाज का जिला कलेक्टर, संभाग आयुक्त से किया था, जिसे इलेक्ट्रॉनिक/ प्रिंट मीडिया ने प्रमुखता से उठाया था। जिला प्रशासन ने इसे गंभीरता से लेकर के तत्काल बीआरसी हजारीलाल चक्रधारी को हटाया और हो सकता है बहुत जल्दी ही खंड शिक्षा अधिकारी भी नप जाए। शिक्षक एवं शिक्षक संघों होने मांग किया शिक्षा विभाग के अधिकारी एवं जिला प्रशासन अविलंब सोमवार को बीआरसी कार्यालय का ताला खुलवाकर प्रभार नए बीआरसीसी को दिलवाए जिससे शासन का महत्वपूर्ण योजना अपार आईडी जेनरेशन का कार्य सुचारु हो सके। इसके साथ ही वरिष्ठ कार्यालय से मांगी जा रही जानकारी समय अनुसार भेजी जा सके।
आप के माध्यम से अभी मुझे पता चला है कि ऑफिस बंद है।शुक्रवार को नए बीआरसीसी को आदेश मिला है,इसके बाद शनिवार रविवार छुट्टी हो गया,अगर सोमवार को भी ऑफिस नहीं खुलेगा तो मुझे नए वाले बीआरसीसी बताएंगे फिर देखते है।
ललित पटेल जिला शिक्षा अधिकारी सूरजपुर