सुंदरकांड पाठ, हवन के साथ रामदरबार का वार्षिक उत्सव संपन्न”

रामानुजनगर:- 11 सुंदरकांड पाठ, विधिवत पूजन अर्चन एवं हवन के साथ रामदरबार कौशलपुर का एक वर्ष पूर्ण होने पर वार्षिक उत्सव उल्लास पूर्वक संपन्न हुआ। इस दौरान क्षेत्र के आए हुए अनेक श्रद्धालुओं ने श्रद्धा के साथ रामदरबार के वार्षिक उत्सव में भाग लेकर महाराज जी से आशीर्वाद प्राप्त किया। सूरजपुर जिले के रामानुजनगर विकासखंड के ग्राम कौशलपुर में गत वर्ष से राम दरबार का आयोजन किया जा रहा है यह दरबार पूर्णतः निशुल्क एवं सर्व सामान्य के लिए सुलभ है। क्षेत्र के अनेक श्रद्धालु जो, कई प्रकार के समस्याओं से पीड़ित हैं जैसे तंत्र बाधा, ग्रहबाधा, पितृदोष आदि सभी समस्याओं का निराकरण निःशुल्क किया जाता है।
रामदरबार के साधक एवं हनुमानजीमहाराज के कृपा प्राप्त श्री हरेकृष्ण उपाध्याय जी प्रति मंगलवार को सुबह 8:00 से 9:30 बजे तक राम दरबार का आयोजन करते हैं। इस दौरान परिवार में कलेश, दुश्मनी, व्यापार व्यवसाय में समस्या, किसी कार्य में असफलता, अनावश्यक मुकदमेबाजी, वैवाहिक संबंधों में तनाव, विवाह आदि नहीं लग पाना, संतान से संबंधित समस्या जैसे समस्याओं का समाधान निःशुल्क करते हैं। रामदरबार में क्षेत्र के अलावा अन्य जिलों रायपुर बिलासपुर, कोरिया, मनेंद्रगढ़ बलरामपुर, मंडला, सिंगरौली जैसे स्थान से भी लोग आकर के दरबार में अर्जी देते हैं और महाराज जी के आशीर्वाद से निःशुल्क समाधान प्राप्त करते हैं। अब तक हजारों लोगों ने दरबार में अर्जी लगा करके अपने समस्याओं से समाधान पाया है।

दरबार के नियम —
रामदरबार में अर्जी लगाने के लिए इच्छुक श्रद्धालु को छोटा सा नया लाल कपड़ा और नारियल लेकर आना होता हैं, दरबार में स्वयंसेवक विधिवत नाम, पता मोबाइल नंबर के साथ पंजीयन करते हैं। क्रमवार श्रद्धालु दरबार में प्रवेश पाते हैं। नारियल में महाराज जी अपने मंत्रशक्ति एवं हनुमानजी महाराज की कृपा से पॉजिटिव एनर्जी का प्रतिस्थापन करते हैं। श्रद्धालु नारियल ले जाकर के अपने घर पर ही रखते हैं। प्रतिदिन दिए हुए दिव्य भस्म का टीका लगाते हैं। इस दौरान मांसाहार एवं शराब सेवन पूर्णत वर्जित है।

राम दरबार पूर्णतया निःशुल्क है —
दरबार में किसी भी प्रकार का कोई शुल्क चढ़ावा नहीं लिया जाता। पूजा पाठ, हवन क्रिया आदि के नाम पर रुपया, पैसा आदि नहीं लिया जाता है। दरबार के सदस्य आने वाले श्रद्धालुओं से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष राशि या चढ़ावा हेतु मना करते हैं। यह दरबार पूर्ण निःशुल्क और करुणा भाव पर आधारित है।

रामदरबार अंधविश्वास का समर्थन नहीं करता —
राम दरबार पूर्णतः आध्यात्मिक विज्ञान पर चलने वाला दरबार है आने वाले श्रद्धालु यदि किसी बीमारी को लेकर के आते हैं और उन्हें वास्तव में किसी प्रकार का तंत्र बाधा, ग्रह दोष या पितृ दोष नहीं होता है तो महाराजजी उन्हें मेडिकल साइंस में उपचार की सलाह देते हैं। राम दरबार किसी भी प्रकार का अंधविश्वास का समर्थन नहीं करता है। तंत्र बाधा, ग्रह दोष, पितृ दोष कि जो समस्याएं है वे सनातन सिद्धांत के अनुरूप हैं जिनका समाधान किया जाता है। महाराज जी का स्पष्ट कहना है कि राम दरबार में वही श्रद्धालु आए जो संस्थाओं से, व्यक्ति अपने जीवन/पारिवारिक जीवन से निराश हो या मेडिकल साइंस से अपने समस्याओं का समाधान बार-बार प्रयास के बाद भी ना कर पाए ऐसे लोग राम दरबार में आकर के हनुमान जी महाराज की कृपा से अपने समस्याओं से समाधान निःशुल्क पा सकते हैं।